देश को मिली पारदर्शी और साफ सुथरी सरकारः अरुण जेटली
केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार के कार्यकाल का आज चौथा साल पूरा हो रहा है। इस कार्यकाल के बारे में केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने एक ब्लॉग के माध्यम से लोगों के सामने अपनी राय रखी है। उसके कुछ महत्वपूर्ण अंश आपको बताते हैं।
उन्होंने मौजूदा सरकार के कार्यकाल की तुलना यूपीए के दस साल के कार्यकाल से करते हुए कहा है कि यूपीए का दस साल का कार्यकाल आजादी के बाद का सबसे भ्रष्ट शासन था। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विधायी और संस्थागत परिवर्तनों के माध्यम से पारदर्शी प्रणाली बनाई, जिसके कारण इस देश को भ्रष्टाचार मुक्त शासन मिला।
अरुण जेटली ने कहा है कि पॉलिसी पैरालिसिस से जूझ रही व्यवस्था खत्म हो गई। अब निर्णय के बाद उस पर कार्य होते हैं। सुशासन और अच्छे अर्थशास्त्र को अच्छी राजनीति में मिलाया गया है। अरूण जेटली ने कहा है कि प्रधानमंत्री ने एक प्रणाली को संस्थागत बनाया, जहां विवेकाधिकार समाप्त हो गए। प्राकृतिक संसाधनों, स्पेक्ट्रम और अन्य सरकारी आवंटन अब बाजार तंत्र के माध्यम से आवंटित किए जाते हैं।
जेटली ने कहा कि इतिहास में पहली बार गरीबों के बैंक खाते खोले गए। मुद्रा योजना के कारण महिला, एससी / एसटी, अल्पसंख्यक और अन्य कमजोर वर्ग को फायदा मिला। हर गांव में अब सड़क, बिजली पहुंच रही है। सस्ते ग्रामीण आवास, शौचालय और गैस कनेक्शन के जरिए हम गांवों में जीवन की गुणवत्ता बदलना हमारा लक्ष्य है।
यूपीए सरकार ने मनरेगा के तहत 40,000 करोड़ रूपये मंजूर किए, लेकिन बजट कटौती के साथ केवल 29,000 करोड़ रुपये खर्च हुए। हमारी सरकार में ये खर्च दोगुना हो गया है। जेटली ने विपक्ष के एकजुट होने की कोशिशों पर भी चुटकी ली है। और कहा कि ये वैचारिक रूप से लचीला राजनीतिक समूह हैं।
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