पीएम मोदी और नेपाल के प्रधानमंत्री ने नेपाल-भारत मैत्री पशुपति धर्मशाला का किया उद्घाटन

प्रधानमंत्री मोदी ने काठमांडू में बनी भारत-नेपाल मैत्री के प्रतीक पशुपतिनाथ धर्मशाला का लोकार्पण किया। उन्होने इस मौक़े पर कहा कि भारत और नेपाल ऐतिहासिक विरासतों से जुड़े हैं। दोनों ही देश सर्वे भवन्तु सुखिनः और वसुधैव कुटुम्बकम के सिद्धान्त को जीवंत करते आए हैं। हिन्दु-बौद्ध आस्था के संगम वाली परंपरा में ये धर्मशाला दुनिया भर के शिवभक्तों के लिए भारत के सवा सौ करोड़ देशवासियों के लिए एक छोटी सी भेंट स्वरूप है।

ये तीसरा मौक़ा है जब प्रधानमंत्री ने पशुपतिनाथ के दर्शन कर सुख-शांति-समृद्धि-सद्भावना के लिए पूजा अर्चना की। ये मौक़ा कई मायनों में ख़ास था इस साल का दूसरा मौक़ा था जब प्रधानमंत्री ने देवादिदेव महादेव के दर्शन किए। दर्शन से पहले प्रधानमंत्री ने पशुपतिनाथ परिसर में ही बनीं धर्मशाला का लोकार्पण कर दुनिया भर के शिवभक्तों को भारत की तरफ से एक भेंट दी।

भारत-नेपाल मैत्री में दोनों देशों की साझी विरासत को प्रधानमंत्री ने एक स्वाभाविक लगाव बताया। उन्होने कहा कि लुम्बनी में गौतम का जन्म हुआ तो गया ने उन्हे बुद्ध बनाया। उनका शांति और अहिंसा का संदेश आज के हिंसा के दौर में उम्मीद जगाता है। प्रधानमंत्री ने भारत और नेपाल के संबंध में विकास के आयाम को जोड़ते हुए नेपाल को हरेक क्षेत्र में मदद करने भारत की प्रतिबद्धता को दोहराया।

नेपाल के प्रधानमंत्री के पी ओली ने अपने संबोधन में भारत की मदद के लिए धन्यवाद दिया। साथ ही सुखी नेपाल समृद्ध नेपाल के लिए भारत का पर्यटन क्षेत्र में सहयोग को प्रधानमंत्री ओली ने अतुलनीय बताया। उन्होने भारत-नेपाल में बन रहे रामायण सर्किट सहित बौद्ध सर्किट का भी उल्लेख किया और जनकपुर अयोध्या बस सर्विस की शुरूआत को याद किया।

भारत-नेपाल मैत्री की डोर सीमाओं से परे लोगों की भावनाओं में,एक दूसरे के संबंधों में सांस्कृतिक विरासतों में बंधी है। ऐसे में प्रधानमंत्री की तीन महीनों के अंदर ही दूसरी नेपाल यात्रा संबंधों को प्रगाढ़ बनाने की ओर एक और कदम है।



from DDNews Feeds https://ift.tt/2wvXatQ

Comments

Popular posts from this blog

खेलो इंडिया युवा खेल का तीसरा चरण अगले साल गुवाहाटी में

IPL 2019: मुंबई से आज भिड़ेगी कोलकाता

Raj Rajeshwar Yoga: क्या आपकी कुंडली में है राज राजेश्वर योग?