एशियाई खेलों में स्वप्ना बर्मन ने रचा इतिहास
एशियन गेम्स 2018 के 11वें दिन भारत की स्वप्ना बर्मन ने इतिहास रच दिया. भारत ने बुधवार को दो स्वर्ण पदक अपने नाम किए। भारत के लिए यह स्वर्ण पुरुषों की ट्रिपल जंप में अरपिंदर सिंह और महिलाओं की हेप्टाथलान इवेंट में स्वप्ना बर्मन ने हासिल किए हैं। भारत अब तक 11 स्वर्ण पदक हासिल कर चुका है। पुरुषों की ट्रिपल जंप में अरपिंदर सिंह ने 16.77 मीटर की छलांग लगाते हुए सोने के पदक पर कब्जा जमाया जबकि स्वप्ना ने 6026 अंकों के साथ सोने के पदक जीता.
स्वप्ना बर्मन एशियाई खेलों में हेप्टाथलन में स्वर्ण जीतने वाली पहली भारतीय बनी. स्वप्ना बर्मन ने दांत दर्द के बावजूद आज यहां एशियाई खेलों की हेप्टाथलन में स्वर्ण पदक जीतकर नया इतिहास रचा। वह इन खेलों में सोने का तमगा जीतने वाली पहली भारतीय हैं। मुक्केबाजी में भारत के दो पदक पक्के हो गए हैं। पहले अमित पंघल ने पुरूषों के 49 किलोग्राम भार वर्ग के सेमीफाइनल में जगह बनाकर एक पदक पक्का किया। उन्होंने क्वार्टर फाइनल में उत्तर कोरिया के किम जैंग योंग की एक नहीं चलने दी और 5-0 से हराया। बॉक्सिंग रिंग से दूसरी अच्छी खबर उस समय आई जब विकास कृष्ण ने 75 किलोग्राम भार वर्ग में चीन के इर्बिक तैंगलातियान को हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया।
खेलों में कठिनतम मानी जाने वाली हैप्टाथलान में भारत का नाम उंचा करने वाली इक्कीस वर्षीय बर्मन ने दो दिन तक चली सात स्पर्धाओं में 6026 अंक बनाये। इस दौरान उन्होंने ऊंची कूद (1003 अंक) और भाला फेंक (872 अंक) में पहला तथा गोला फेंक (707 अंक) और लंबी कूद (865 अंक) में दूसरा स्थान हासिल किया था। उनका खराब प्रदर्शन 100 मीटर (981 अंक, पांचवां स्थान) और 200 मीटर (790 अंक, सातवां स्थान) में रहा।
सात स्पर्धाओं में से आखिरी स्पर्धा 800 मीटर में उतरने से पहले बर्मन चीन की क्विंगलिंग वांग पर 64 अंक की बढ़त बना रखी थी। उन्हें इस आखिरी स्पर्धा में अच्छा प्रदर्शन करने की जरूरत थी और वह इसमें चौथे स्थान पर रही। इसी स्पर्धा के दौरान वह पिछले साल भुवनेश्वर में एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप के दौरान गिर गयी थी लेकिन आज इसमें चौथे स्थान पर रहने के बावजूद वह चैंपियन बनी।
हेप्टाथलन में भाग ले रही एक अन्य भारतीय पूर्णिमा हेम्ब्रम 800 मीटर में उतरने से पहले जापान की युकी यामासाकी से 18 अंक पीछे थी लेकिन उन्होंने बर्मन से थोड़ा पहले दौड़ पूरी की और ओवरआल 5837 अंक लेकर चौथे स्थान पर रही। क्विंगलिंग (5954 अंक) को रजत और यामासाकी (5873) को कांस्य पदक मिला।
बर्मन से पहले बंगाल की सोमा बिस्वास तथा कर्नाटक की जेजे शोभा और प्रमिला अयप्पा ही एशियाई खेलों में इस स्पर्धा में पदक जीत पायी थीं. बिस्वास और शोभा बुसान एशियाई खेल (2002) और दोहा एशियाई खेल (2006) में क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान पर रही थी जबकि प्रमिला ने ग्वांग्झू (2010) में कांस्य पदक जीता था।
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