जी 20 में अहम मुद्दों पर होगा मंथन

दुनिया का आठवां सबसे बड़ा देश , अर्जेंटीना, 10 वें जी 20  शिखर सम्मेलन की मेजबानी में लगा है और इसके लिए पीएम मोदी समेत दुनिया के तमाम बडे और ताकतवर नेताओं का ब्यूनस आयर्स पहुंचना शुरु हो गया है। इन ताकतवर नेताओं के बीच पीएम मोदी तमाम अंतराराष्ट्रीय मसलों पर भारत का रुख दुनिया के सामने रखेंगे । हाल के सालों में पीएम मोदी के विचारों का दुनिया में डंका बज रहा है और इसी के तहत जी 20 ने उन्हें पुटिंग पीपल फस्ट सेक्शन में मुख्य वक्ता के तौर पर रखा है । इसके अलावा आम सहमति बनाने और बुनियादी ढांचे तथा खाद्दय सुरक्षा में अवसर जैसे सत्रों में पीएम हस्तक्षेप करेंगे। 

इस शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री डिजिटल क्रान्ति और इसमें पैदा होने वाले भविष्य के रोजगारों पर अपनी बात रखेंगे । साथ ही वो डिजिटल इंडिया और स्किल  इंडिया पर दुनिया को भारत की तरक्की की जानकारी देंगे ।  पीएम मोदी  भारत में लोगों के जीवन स्तर को सुधारने और वित्तीय समावेश के लिए महत्वकांक्षी जन-धन योजना, कर सुधारों के लिए जीएसटी उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए मुद्रा और स्टार्ट-अप योजनाओं का ज़िक्र करेंगे।

पीएम मोदी जी 20 के मंच पर  ईंधन के मूल्यों में अस्थिरता के खतरे को सबके समक्ष रखेंगे और आतंकवाद के वित्त पोषण तथा धनशोधन के मुद्दों को उठाएंगे।  डब्ल्यूटीओ को मजबूत करने के मुद्दे पर भी चर्चा होगी।सम्मेलन में आपदा प्रबंधन,देशों के बीच विभिन्न तकनीकों के आदान-प्रदान पर भी ज़ोर रहेगा। पीएम मोदी एक विश्व , एक सूर्य , एक ग्रिड के अपने विजन को दुनिया के सामने रखेंगे और अंतरराष्ट्रीय  सौर गठबंधन के विस्तार की वकालत करेंगे ।
  
इस दौरान प्रधानमंत्री चीनी राष्ट्रपति शी जिंगपिंग,जर्मनी की चांसलर एंगेला मर्केल,फ्रांस के राष्ट्रपति मैंक्रों सहित ब्रिक्स के नेताओं और दूसरे अन्य दिग्गजों से भी मुलाक़ात करेंगे। पीएम मोदी की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के साथ त्रिपक्षीय वार्ता भी हो सकती है । जी 20 के साथ ही पीएम मोदी ब्रिक्स की बैठक में हिस्सा लेंगे । भारत चीन और रूस की RIC बैठक भी विश्व शान्ति के लिहाज़ काफ़ी अहम है । प्रधानमंत्री कुछ ही घंटों के बाद ब्यूनस आयर्स में शांति को लिए योग के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। 

अर्जेंटीना में भारतीय मूल के क़रीब 200 परिवार ही हैं। बावजूद इसके भारत के योग और संस्कृत भाषा के प्रति यहाँ के स्थानीय लोगो में रुझान बढ़ता ही   जा रहा है। जी 20 का ये शिखर सम्मेलन ऐसे वक्त में हो रहा है जब अमेरिका और चीन के व्यापार युद्ध का माहौल है। लेकिन भारत चाहता है कि 20 में केवल व्यापार का मुद्दा नहीं छाया रहे ,चाहे यह दो देशों के बीच हो या अन्य के बीच। भारत चाहत है कि डब्ल्यूटीओ में ऐसे सुधारों की प्रक्रिया शुरु हो जो जो भारत के हितों के अनुकूल हो। ऐसे में देखना ये होगा कि आने वाले दिनों में शिखर सम्मेलन में जी 20 के देश तमाम मसलों पर क्या रुख तय करते हैं। 
 



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