करतारपुर साहिब गलियारे की पाकिस्तान में भी रखी गई आधारशिला
पाकिस्तान में हुए इस कार्यक्रम में 2 भारतीय केंद्रीय मंत्री भी शामिल हुए लेकिन भारत ने स्पष्ट किया है कि इस पहल का मतलब ये नहीं है कि भारत और पाकिस्तान में बातचीत शुरू हो सकती है.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने बुधवार को करतारपुर साहिब गुरुद्वारे को भारत के गुरदासपुर स्थित डेरा बाबा नानक से जोड़ने वाले बहुप्रतीक्षित गलियारे की नींव रखी. समारोह में शामिल होने के लिए भारत सरकार की तरफ से दो केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल और हरदीप पुरी कार्यक्रम में शामिल हुए. पाकिस्तान पंहुचने पर केंद्रीय मंत्रियों हरदीप पुरी और हरसिमरत कौर ने कहा कि ये बड़े गर्व की बात है कि लंबे समय से चली आ रही एक मांग आखिरकार पूरी होने जा रही है.
पाकिस्तान में हुए इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि सिख श्रद्धालुओं को हर संभव सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी. इमरान खान ने कहा कि वो भारत और पाकिस्तान के बीच बेहतर संबंध चाहते हैं, उन्होंने कहा कि अगर दोनों देशों के बीच व्यापार शुरू हो जाए तो दोनों ही देशों को खासा फायदा होगा.
कार्यक्रम में इमरान खान ने कश्मीर का जिक्र करके इसे राजनीतिक रंग देने की कोशिश की लेकिन भारत ने इसे अफसोसजनक बताते हुए पाक से कहा है कि वो आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करे. विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘ये बेहद अफसोस की बात है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर जो कि भारत का अभिन्न और अविभाज्य अंग है, का अवांछित जिक्र करके इस पवित्र कार्यक्रम के राजनीतिकरण का काम किया है. पाकिस्तान ये याद रखे कि उसे अपनी अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं को पूरा करते हुए अपनी जमीन से सीमा पार आतंकवाद को समर्थन बंद करने और आतंकवादियों को शरण देने से रोकने के लिए प्रभावी और विश्वसनीय कदम उठाने होंगे.
पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने करतारपुर साहिब गलियारे को शांति का रास्ता करार दिया है. इस बीच विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने स्पष्ट किया है कि करतारपुर गलियारे के बारे में पाकिस्तान की तरफ से सकारात्मक प्रतिक्रिया आने का मतलब ये नहीं है कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय वार्ता शुरू हो जाएगी. उन्होंने कहा कि आतंक और बातचीत साथ साथ नहीं चल सकते.
इस बीच केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने एक बार फिर से पाकिस्तान को आतंकवाद फैलाने के लिए जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि भारत पहल नही करता लेकिन अगर सीमा पार से एक भी गोली आती है तो फिर हम बक्शते नहीं हैं.
गौरतलब है कि दशकों पुरानी सिख समुदाय की मांग के बाद बीते दिनों मोदी सरकार ने कैबिनेट में इस गलियारे को बनाने का फैसला लिया जिसके बाद बीते सोमवार को भारत में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने गुरदासपुर में इस गलियारे की नींव रखी थी. 6 किलोमीटर लंबे इस गलियारे के पूरा होने से सिख श्रद्धालुओं को पवित्र करतारपुर साहिब धाम पहुंचने में काफी सुविधा हो जाएगी. अभी श्रद्धालुओं को करतारपुर साहब जाने के लिए अटारी बॉर्डर से 200 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है. गलियारा शुरू होने से भारतीय सिख श्रद्धालुओं को वीजा मुक्त आवाजाही की सुविधा मिल सकेगी. पाकिस्तान में करतारपुर साहिब, रावी नदी के पार डेरा बाबा नानक से करीब चार किलोमीटर दूर है.
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