राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने दी संविधान दिवस की बधाई
संविधान दिवस पर सोमवार को राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ने नई दिल्ली में संविधान दिवस समारोह के मुख्य कार्यक्रम का उद्घाटन किया. राष्ट्रपति ने कहा कि देश का संविधान आज़ाद भारत के लोगों के लिए प्रेरणादायी है. राष्ट्रपति ने कहा कि संविधान को सुरक्षित रखने का कर्तव्य विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका की साझा जिम्मेदारी है.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई ने कहा कि संविधान लोगों के जीवन का अनिवार्य अंग बन गया है और ये संकट के समय हमारे मार्गदर्शक के रूप में काम करता है.
केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि संवैधानिक नैतिकता की बारीकियों को काफी स्पष्ट रूप से रेखांकित करने की जरूरत है और न्यायाधीशों के बीच इसे लेकर भिन्नता नहीं होनी चाहिए.
प्रधानमंत्री ने संविधान सभा के सदस्यों को याद किया
संविधान दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संविधान सभा में योगदान देने वाली महान विभूतियों के उत्कृष्ट योगदान को गर्व के साथ याद किया. प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया कि हमें अपने संविधान पर गर्व है और इनमें निहित मूल्यों को बनाए रखने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई.
रविवार को ‘मन की बात’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने कहा था कि इस बार का संविधान दिवस विशेष है क्योंकि हम संविधान को अपनाने के 70वें वर्ष में प्रवेश करने वाले हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर हम दूसरों के अधिकार का सम्मान करेंगे तो हमारे अधिकारों की रक्षा अपने आप हो जाएगी और इसी तरह अगर हम संविधान में दिए अपने कर्तव्यों का पालन करेंगे तो भी हमारे अधिकारों की रक्षा अपने आप हो जाएगी.
from DDNews Feeds https://ift.tt/2TGrU58
Comments
Post a Comment