अरुण जेटली के निवास पर जाकर पीएम नरेंद्र मोदी ने दी श्रद्धांजलि
पूर्व वित्त मंत्री और राजनीति के अरुण का दुनिया से जाना एक दु:खद पल. अंतिम विदाई के वक़्त प्रधानमंत्री मोदी भले ही देश में नहीं थे लेकिन उस घड़ी में अरुण जेटली के परिवार के प्रति उनकी गहरी संवेदना मौजूद थी. बहरीन में अधिकारिक दौरे पर ही प्रधानमंत्री ने अरुण जेटली को भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी.
बहरीन के बाद फ्रांस जी-7 में शिरकत और उसके बाद मंगलवार की सुबह 3 बजकर 10 मिनट पर प्रधानमंत्री स्वदेश पहुंचे. सुबह 11 बजे वे सीधे अरुण जेटली के घर पहुंचे और पूर्व वित्त मंत्री के बेटे रोहन सहित उनकी पत्नी संगीता से बातचीत कर ढांढस बंधाया. अरुण जेटली की कमी से जो स्थान रिक्त हुआ है शायद ही वो भर पाए. प्रधानमंत्री ने तकरीबन आधे घंटे तक परिवारजनों से इस असहनीय दु:ख के पलों को साझा किया. साथ में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी मौजूद रहे.
अरुण जेटली के होने के मायने क्या थे ये प्रधानमंत्री अच्छी तरह से जानते थे. वजह यही थी कि एम्स में जब उनका इलाज चल रहा था तब प्रधानमंत्री उनसे मिलने अस्पताल पहुंचे और ख़ुद डॉक्टर से बातचीत कर निगरानी रख रहे थे. यहां तक कि तीन देशों की यात्रा पर 22 अगस्त को रवाना होने पूर्व भी उन्होंने परिवारजनों से बातचीत कर उन्हें आश्वस्त किया.
अरुण जेटली और प्रधानमंत्री मोदी का साथ यूं तो कई सालों से है. लेकिन राजनीतिक सफ़र में कई ऐसे मोड़ आए, जहां जेटली ने प्रधानमंत्री मोदी के लिए संकटमोचक की भूमिका निभाई. गुजरात के मुख्यमंत्री काल से लेकर साल 2014 तक जेटली एक सच्चे दोस्त की तरह प्रधानमंत्री के साथ बने रहे.
2014 में जब केंद्र की सरकार बनी तो अरुण जेटली ने बतौर वित्त मंत्री बागडोर संभाली और कई अहम सुधारों को लागू करवाया. लेकिन स्वास्थ्य कारणों से 2019 में उन्होंने किसी भी ज़िम्मेदारी का निर्वहन करने में असमर्थता व्यक्त की. लेकिन बावजूद चुनाव प्रचार अभियान से लेकर कई मौक़ों पर उन्होंने सरकार और पार्टी को नई दिशा दिखाई.
प्रधानमंत्री ने लिखा भी था कि जिनसे मेरा दशकों से संबंध है ऐसे अरुण जेटली जी के निधन से मैंने एक मूल्यवान मित्र खो दिया है. उन्हें मामलों की समझ और उसकी बारीकियां पता थी. वे बहुत ही शानदान तरीके से रहे. उनके साथ कई यादें जुड़ी हुईं हैं, उनकी यादें हमारे साथ रहेंगी.
from DDNews Feeds https://ift.tt/2LfZADp
Comments
Post a Comment