उत्तर भारत में शीतलहर का प्रकोप
मौसम विभाग ने शुक्रवार को अपने वेदर बुलेटिन में यह अनुमान लगाया था कि शनिवार को पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर राजस्थान और उत्तर प्रदेश में ठंड बढ़ सकती है. मौसम विभाग ने कहा था कि 29 दिसंबर तक दिल्ली में बहुत अधिक ठंड के पड़ने की संभावना है, उसके बाद तापमान में कुछ वृद्धि होगी.
दिसंबर में इससे पहले 1919, 1929, 1961 और 1997 में औसत तापमान 20 डिग्री से कम रहा है. इस साल दिसंबर का महीना 1901 के बाद दूसरा सबसे सर्द दिसंबर का महीना हो सकता है.
दिल्ली से अलग देश के बाकी हिस्सों की बात करें तो, हिमाचल प्रदेश में कुफरी, मनाली, सोलन और कल्पा में तापमान शून्य से नीचे है. यहां केलोंग में सबसे कम शून्य से 15 डिग्री सेल्सियम नीचे तापमान दर्ज किया गया. मौसम विभाग ने प्रदेश की ऊंची पहाड़ियों में 31 दिसंबर से 2 जनवरी तक बर्फबारी की संभावना जताई है.
हरियाणा में हिसार में न्यूनतम तापतान 6 डिग्री गिरकर 0.6 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया. चंडीगढ़ में भी तापमान 6 दशमलव 6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
राजस्थान के माउंट आबू, सीकर और चुरू जिले में कई इलाकों में तापमान शून्य से तीन डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया है. मौसम विभाग के अनुसार अभी अगले कुछ दिनों तक शीतलहर से कोई राहत नहीं मिलने वाली और तापमान में और गिरावट दर्ज की जा सकती है.
जम्मू-कश्मीर में भी शीतलहर ने कहर ढा दिया है. यहां श्रीनगर, द्रास, पहलगाम, गुलमर्ग में पारा शून्य से नीचे है. प्रशासन ने लोगों को राहत पहुंचाने के लिए कमर कस ली है. श्रीनगर में शुक्रवार मौसम की सबसे ठंडी रात रही. यहां तापमान शून्य से 5.6 डिग्री सेल्सियम नीचे दर्ज किया गया.
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