चीन में कोरोना वायरस का खतरा बढ़ा, मरने वालों की संख्या हुई 132, करीब 6,000 मामलों की पुष्टि

चीन में घातक कोरोना वायरस के कारण 25 और लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है, इसके साथ ही मरने वालों की संख्या बढ़कर 130 से ज्यादा हो गई है। इसके अलावा करीब 6,000 लोगों के इसकी चपेट में आने की भी पुष्टि की गई है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि वायरस संक्रमण अगले 10 दिन में चरम पर पहुंच जाएगा जिसके परिणाम स्वरूप खतरा बढ सकता है। चीन के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि वायरस संक्रमण के 5,974 मामलों की पुष्टि हो गई है और वायरस की वजह से होने वाले निमोनिया के 31 नए मामले मंगलवार तक सामने आए थे।

इस बीच संयुक्त अरब अमीरात में कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया है। पीड़ित व्यक्ति का परिवार वुहान से है। वहीं चीन के वुहान शहर से जापान के लोगों के पहले समूह को लेकर एक विमान बुधवार को टोक्यो लौट आया। कार बनाने वाली जापानी कंपनी टोयोटा ने चीन में स्थित अपने सभी संयंत्रों को नौ फरवरी तक के लिए बंद कर दिया है। ब्रिटेन और पापुआ न्यू गिनी ने चीन जाने वाली अपनी सभी उड़ानें रद्द कर दी हैं। इंडिगो ने दो मार्गों और एअर इंडिया ने एक मार्ग पर अपनी उड़ान को निलंबित किया है।

भारत की अगर बात करें तो एहतियात के तौर पर देश में 21 हवाई अड्डों पर चीन से आने वाले यात्रियों का गहन परीक्षण किया जा रहा है। यात्रियों से चीन यात्रा से बचने को कहा गया है। इस बीच स्वास्थ्य मंत्रालय के विशेष सचिव संजीव कुमार ने वीडियों कॉफ्रेंसिंग के जरिए राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य अधिकारियों से तैयारियों का जायजा लिया है।

इस बीच मणिपुर स्वास्थ्य विभाग ने भारत-म्यामां की सीमा से लगे मोरेह शहर और बेहियांग में चिकित्सा अधिकारियों को तैनात कर दिया है। वहीं कोरोना वायरस को लेकर आयुष मंत्रालय ने बुधवार को एक स्वास्थ्य परामर्श जारी किया है और सिफारिश की कि होम्योपैथिक और यूनानी दवाएं कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम में प्रभावी हो सकती हैं। मुंबई में एक 49 वर्षीय व्यक्ति को कोरोना वायरस से संक्रमित होने की आशंका के चलते निगरानी में रखा गया है। वहीं जयपुर के एसएमएस अस्पताल में भर्ती कोरोना वायरस के एक संदिग्ध मरीज की जांच रिपोर्ट नेगेटिव पाई गयी है। यानी वो कोरोना से संक्रमित नहीं है।

इस बीच एक बड़ी सफलता मिली है, ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न विश्वविद्यालय में पहली बार चीन के बाहर नियंत्रित परिस्थितियों में कोरोनावायरस विकसित किया गया है जिससे इस जानलेवा वायरस से लड़ने में मदद मिल सकती है। वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रमुख तेद्रोस अधानोम घेब्रेयेसस ने कहा है कि संगठन विदेशी नागरिकों को चीन के विषाणु संक्रमित प्रांत हुबेई से निकालने की सिफारिश नहीं करता है। दरअसल भारत, अमेरिका और कई अन्य देश हुबेई प्रांत से अपने नागरिकों को बाहर निकालने की योजना बना रहे हैं। फिलहाल भारत में कोई मामला नहीं है लेकिन सरकार पूरी तरह से एलर्ट है।

 



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