स्वास्थ्य मंत्री हर्ष वर्धन ने कहा कोरोना वायरस की स्थिति पर सरकार की पैनी नज़र
एयर इंडिया का एक विमान गुरुवार को 119 भारतीयों और 5 विदेशियों को वापस लेकर आया। ये लोग जापान के योकोहामा समुद्री तट पर खड़े क्रूज जहाज पर सवार थे। अब इन सभी लोगों को मानेसर में भारतीय सेना द्वारा स्थापित चिकित्सा सुविधा केंद्र में 14 दिनों तक अलग-थलग रखा जाएगा। जापानी क्रूज में सवार 138 भारतीय नागरिकों में से चालक दल के 16 भारतीयों में कोरोना वायरस पाया गया था और जापान में उनका इलाज चल रहा है। इस बीच, कोरोनो वायरस से प्रभावित चीन के वुहान शहर से वापस लाए गए 76 भारतीयों और 36 विदेशियों को जाँच और इलाज के लिए दिल्ली के छावला में एक आईटीबीपी चिकित्सा सुविधा केंद्र में रखा गया है। भारतीय वायु सेना का एक विमान C-17 ग्लोबमास्टर III, 15 टन चिकित्सा सामग्री को लेकर चीन गया था जो 112 लोगों को वापस लेकर आया।
सरकार ने उन सभी लोगों की कोशिशों की सराहना की है जिन्होंने बिना किसी दिक्कत के भारतीय नागरिकों को वापस लाने में अहम भूमिका निभाई।
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव और उससे ऊपर के स्तर के वरिष्ठ अधिकारी राज्यों का दौरा कर वहाँ पर कोविड-19 के निगरानी और प्रबंधन की तैयारियों का जायजा ले रहे हैं।
इससे पहले भी भारत ने एयर इंडिया की दो उड़ानों में वुहान से लगभग 650 भारतीयों को निकाला था। इस बीच चीन में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या में कमी आ रही है।
अब तक वहां कोविड-19 से दो हजार सात सौ 44 लोग मारे गए हैं जबकि इस वायरस से 78 हजार 630 लोग संक्रमित हुए हैं। पाकिस्तान समेत कई देशों ने अपने यहाँ कोविड-19 के पहले मामले की सूचना दी है। ईरान से कराची लौटे दो पाकिस्तानियों में कोरोना वायरस पाए जाने के बाद सिंध और बलूचिस्तान के सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद कर दिया गया है। ब्राजील, जॉर्जिया और उत्तरी मेसिडोनिया में भी कोरोना वायरस के पहले मामलों की पुष्टि हुई है। जापान की एक महिला जिसका पहले कोरोना वायरस का इलाज कर अस्पताल से छुट्टी दी गई थी, उसमें फिर से कोरोना वायरस पाया गया है। यह पहला मामला है जिसमें किसी व्यक्ति में इलाज के बाद दोबारा कोरोना वायरस पाया गया है। इस बीच जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने गुरुवार को कोरोन वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सार्वजनिक स्कूलों को 2 मार्च से बंद करने का एलान किया है।
उधर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने घोषणा की है कि उपराष्ट्रपति माइक पेंस देश में कोरोना वायरस के खिलाफ प्रशासन की कोशिशों का नेतृत्व करेंगे। वहीं ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन उन नेताओं में शामिल हो गए हैं जो सबसे पहले यह मानने लगे हैं कि दुनिया भर में कोरोना वायरस का खतरा इसके वैश्विक रोकथाम की कोशिशों से बड़ा है। उन्होंने कहा कि इस बात के पूरे संकेत हैं कि दुनिया कोरोनो वायरस की महामारी की चपेट में आने वाली है। ऑस्ट्रेलिया ने कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए आपातकालीन उपाय शुरू कर दिए हैं। हालांकि चीन के बाहर नए संक्रमणों की संख्या बढ़ने के बावजूद विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना वायरस को महामारी मानने से मना किया है। इस बीच सालाना हज यात्रा से कुछ महीने पहले कोरोना वायरस के संक्रमण की आशंका को देखते हुए सऊदी अरब ने गुरूवार को इस्लाम के सबसे पवित्र स्थलों की यात्रा पर रोक लगा दी है। पश्चिम एशिया में कोरोना वायरस के 240 से अधिक मामले सामने आने के बाद यह कदम उठाया गया है। कोरोना वायरस से बने डर के माहौल में शेयर बाजारों में बिकवाली जारी है। कोरोनो वायरस का संक्रमण चीन के बाहर कुछ नए देशों में भी होने की वजह से एशियाई बाजारों में गुरुवार को फिर से गिरावट आई। बाजार विश्लेषकों ने निवेशकों के लिए और ज्यादा मुश्किल होने की चेतावनी दी है।
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