स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने टीबी रिपोर्ट 2020 जारी किया

टीबी उन्मूलन की दिशा में बेहतरीन काम करने वाले राज्य गुजरात, हिमाचल प्रदेश, आंध्र प्रदेश, त्रिपुरा, नागालैंड,दमन दीव और दादर नगर हवेली को सम्मानित किया गया है। टीबी मरीजों को बेहतर पोषण मिले इसके लिए 45 लाख से ज्यादा मरीजों को 533 करोड़ रुपये सीधे उनके खाते में भेजा गया है।

टीबी के मरीजों का ऑनलाइन डेटा बनाया जा रहा है, देश मे 23.9 लाख टीबी मरीजों को अधिसूचित किया गया है। इनमें 6.2 लाख रोगी निजी क्षेत्र से है पिछले साल की तुलना में 45 फीसदी का उछाल है।

हर ब्लॉक में मॉलिक्यूलर डाइग्नोस्टिक मशीन लाने का लक्ष्य है।सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में टीबी  की जांच स्क्रीनिंग हो रही है ताकि लोगों को उनके घर के पास इलाज की सुविधा मिल सके। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोरोना के समय मे भी टीबी मरीज के इलाज और पहचान में कोई कमी नही आई है।

टीबी के जांच केंद्रों को सुदृढ बनाया गया है साथ ही डाक विभाग की भी सेवा ली जा रही है। टीबी के मामले की शीघ्रता से पहचान करने का लक्ष्य रखा गया है। टीबी के मरीजों की पहचान के लिए जबरदस्त अभियान चलाया जा रहा है जिसका नतीजा है कि पहले जहां हर साल 10 लाख केस छूट जाते थे जांच के दायरे में नही आ पाता था लेकिन जांच प्रक्रिया को जिस तरह बढ़ाया गया है उसमें अब करीब 2 लाख लोग ही जांच से वंचित रह पाते हैं।

इस साल 23 राज्यों के 337 जिलों में 27 करोड़ से ज्यादा लोगों की स्क्रीनिंग की गई जिसमें 62 हजार से ज्यादा टीबी मरीज की पहचान हुई। केंद्र सरकार ने 2025 तक टीबी उन्मूलन का लक्ष्य रखा है। लेकिन कुछ राज्य लक्ष्य से पहले ही टीबी उन्मूलन करना चाहते हैं। उनमें केरल 2020, हिमाचल प्रदेश 2021 में सिक्किम और लक्षद्वीप 2022 में, छत्तीसगढ़, जम्मू कश्मीर, मध्यप्रदेश, तमिलनाडु, बिहार, झारखंड, पुडुचेरी, दादर अगर हवेली, दमन और दीव ने 2025 तक टीबी उन्मूलन का लक्ष्य रखा है।



https://ift.tt/eA8V8J
from DDNews Feeds https://ift.tt/2NmZtY2

Comments

Popular posts from this blog

खेलो इंडिया युवा खेल का तीसरा चरण अगले साल गुवाहाटी में

IPL 2019: मुंबई से आज भिड़ेगी कोलकाता

Raj Rajeshwar Yoga: क्या आपकी कुंडली में है राज राजेश्वर योग?