अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दूसरे कार्यकाल के लिए रिपब्लिकन पार्टी का नामांकन किया स्वीकार
अमेरिका में नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव की तस्वीर साफ हो गयी है। राष्ट्रपति चुनाव के लिए डोनाल्ड ट्रंप की ओर से रिपब्लिकन पार्टी का नामांकन स्वीकार किए जाने के साथ ही ये तय हो गया है कि अब मुकाबला ट्रंप बनाम बाइडेन का होगा।
'फोर मोर इयर्स के नारों के बीच गुरुवार को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दूसरे कार्यकाल के लिए रिपब्लिकन पार्टी का नामांकन स्वीकार कर लिया। इस मौके पर अपने कार्यकाल में हुई प्रगति पर गर्व करते हुए,ट्रंप ने कहा कि वो आभार और विश्वास के साथ पार्टी की ओर से नॉमिनेशन को स्वीकार करते हैं। ट्रंप ने रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में उन्हें फिर से नामित करने वाले रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन के अपने स्वीकृति भाषण में कहा कि यह चुनाव फैसला करेंगे कि हम अमेरिकी सपनों को बचाएं या अपनी अब तक की संजोई नियति को नष्ट करने वाले समाजवादी एजेंडा को आने दें।
ट्रंप ने वादा किया कि सत्ता में आने पर वो अमेरिका को अगले चार सालों में हम दुनिया की विनिर्माण महाशक्ति बना देंगे। हम अवसरों का विस्तार करेंगे, अपनी चिकित्सा आपूर्ति श्रृंखलाओं को वापस अपने देश में लाएंगे और चीन पर निर्भरता को समाप्त करेंगे। उन्होंने दावा किया कि मेहनती नागरिकों के लिए करों में और कटौती होगी , चीन से नौकरियों को वापस अमेरिका लाने के लिए कर रियायत दी जाएगी और उन कंपनियों पर शुल्क लगाया जाएगा जो विदेशों में उत्पादन करती हैं।'' ट्रंप ने कहा कि दूसरे कार्यकाल में उनकी सरकार 10 महीनों में एक करोड़ नौकरियां पैदा करेगी।
ट्रंप ने राष्ट्रपति चुनाव में अपने प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन पर निशाना साधते हुए कहा कि यदि वह जीतते हैं तो इससे राष्ट्र खतरे में आ जाएगा और अमेरिका का प्रभुत्व नष्ट हो जाएगा।
ट्रंप ने कोविड 19 महामारी से निपटने के अपनी सरकार की कोशिशों के बारे में बताया और कहा कि अमेरिका ने किसी भी अन्य देश के मुकाबले सबसे ज्यादा कोविड-19 जांचें की हैं और भारत उसके बाद दूसरे नंबर पर है। उन्होंने कहा कि अमेरिका में विश्व के किसी अन्य देश की तुलना में मृत्यु दर सबसे कम है। ट्रंप कुछ भी दावा कर रहे हों लेकिन विरोधियों को उनकी बातों पर भरोसा नहीं है ।
डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति के सबसे मौलिक और महत्वपूर्ण काम में विफल रहे हैं। वह अमेरिकी जनता के संरक्षण में नाकाम रहे हैं। ट्रंप ने जो दिखाया है, उसे हम कानून के पेशे में अमेरिकी जनता की भलाई के लिए पूरी तरह लापरवाही पूर्ण अनादर कहेंगे।''
उधर अमेरिका के उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने भी औपचारिक तौर पर उपराष्ट्रपति पद के लिए बुधवार को नॉमिनेशन स्वीकार किया था। इस बार 3 नवंबर को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप के सामने डेमोक्रेटिक पार्टी के जो बिडेन हैं। ट्रंप और माइक पेन्स को बाइडेन और उनकी भारतीय मूल की साथी सीनेटर कमला हैरिस से चुनौती मिल रही है। नतीजे भले ही चुनाव बाद आएंगे लेकिन सर्वेक्षणों में फिलहाल बिडेन आगे हैं ।
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