पटरी पर लौट रही है देश की अर्थव्यवस्था: प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक अखबार को दिए इंटरव्यू में कई मुद्दों पर अपनी बात सामने रखी है. कोरोना काल में इस पहले साक्षात्कार में पीएम ने कोरोना पर तो सरकार का पक्ष रखा ही अर्थव्यवस्था के फिर से पटरी पर लौटने और आत्मनिर्भर भारत के संकल्प पर बात की है.

पीएम ने अपने इंटरव्यू में में देश को भरोसा दिलाया कि देश की अर्थव्यवस्था पटरी पर लौट रही है. उन्होंने विश्वास व्यक्त किया है कि 2024 तक देश 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी का लक्ष्य हासिल करने की क्षमता रखता है. उन्होंने कहा कि कोविड के बाद दुनिया की व्यवस्था तेजी से बदल रही है और 'न्यू इंडिया' की इसमें नई भूमिका होगी. प्रधानमंत्री ने आंकड़ों के जरिए बताया कि देश की इकोनॉमी कैसे फिर से पटरी पर लौट रही है.

पीएम के मुताबिक, कृषि में हमारे किसानों ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. सरकार ने भी रिकॉर्ड खरीद की है. इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था में आय बढ़ने से मांग बढ़ेगी. देश में रिकॉर्ड एफडीआई आया है, जो इस बात का संकेत है कि निवेशकों के बीच भारत की छवि बदल रही है. ट्रैक्टर सहित वाहनों की बिक्री पिछले साल के स्तर पर पहुंच रही है या उसे पार कर गई है. मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में भी रिकवरी से भारत सितंबर में उभरते बाजारों में दो स्थान सुधरकर चीन और ब्राजील के बाद तीसरे स्थान पर आ गया.

प्रधानमंत्री ने आत्मनिर्भरता की दिशा में देश के बढ़ते कदमों का जिक्र भी किया. उन्होंने कहा कि देश में निवेश और मूलभूत ढांचे पर फोकस करने से देश को खासा फायदा हो रहा है.

उन्होंने कहा कि भारत अपने दम पर निर्माण के क्षेत्र में वैश्विक केंद्र बनने की ओर अग्रसर है और हमें किसी देश का विकल्प नहीं बनना है बल्कि भारत ख़ास अवसरों वाला देश बनने की क्षमता रखता है. आत्मनिर्भर भारत सिर्फ एक प्रतियोगिता नहीं बल्कि कौशल को बढ़ावा देता है. पीएम ने कहा कि निवेश और मूलभूत ढांचे पर फोकस करने से देश की वृद्धि में फायदा होगा. उन्होंने कहा कि राज्यों को भी स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के साथ निवेश के लिए माहौल बनाने को आगे आना होगा.

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत ने सख्त लॉकडाउन लगाकर लाखों लोगों की कोविड से जान बचाई है. उन्होने कहा कि कोरोना वायरस से निपटने में हमारी सफलता को इस बात से आंकना चाहिए कि हमने कितने लोगों की जानें बचाईं है. हमने सक्रियता से और समय से देशभर में लॉकडाउन लागू किया. पीएम मोदी ने कहा कि दुनियाभर के मुक़ाबले देश में मृत्यु अनुपात काफी कम है. उन्होंने कहा कि ये वक्त जश्न मनाने का नहीं है, बल्कि संक्रमण के मामलों को कम करने की कोशिश करने का है.

उन्होंने लोगों से अपील की है कि महामारी के ख़िलाफ अपनी लड़ाई तेज़ करने की जरूरत है, तो व्यवहार में भी बदलाव लाने का ये वक़्त है.

प्रधानमंत्री ने कोरोना के खिलाफ जारी लड़ाई में वैक्सीन की उपबल्धता पर भी अपनी बात सामने रखी और कहा कि वैक्सीन निर्माण की दिशा में भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है और एक बार वैक्सीन तैयार होने के बाद देश के हर नागरिक को वैक्सीन उपलब्ध कराई जाएगी.

पीएम मोदी ने सुधारों पर भी अपनी बात रखी और बताया कि कैसे सरकार इस पर तेजी से काम कर रह ही है.

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि नए कृषि सुधारों से किसानों का फायदा होगा तो नए श्रम सुधारों से मज़दूर को वक्त पर मजदूरी मिलेगी. श्रम सुधारों से सुरक्षा की भावना के साथ मजदूरों को काम मिलेगा और काम करने का बेहतर वातावरण तैयार होगा. चार श्रम कोड्स का मकसद मजदूरों के कल्याण के लिए काम करना है.

पीएम मोदी ने बीते 8 महीने में 800 मिलियन लोगों को मुफ्त खाद्यान्न और दाल का वितरण करने को एक ऐतिहासिक पहल करार दिया तो पिछले 6 सालों में प्रतिस्पर्धात्मक और सहयोगात्मक संघवाद के प्रति उठाए गए गंभीर कदमों का भी जिक्र किया.



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